‘कर्मयोगी योजना’ – सरकारी कर्मचारियों की कार्यक्षमता को बढ़ाने शुरू की नयी योजना, Karmyogi Scheme in hindi
लोगों की सेवा के लिए सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में सिविल सेवा अधिकारीयों की नियुक्ति की जाती है. और इनके साथ ही कुछ सरकारी कर्मचारी भी होते हैं. अक्सर आपने सुना होगा कि लोगों द्वारा यह काफी शिकायतें आती रहती है कि अधिकारी या कर्मचारी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. अब यदि ये अधिकारी एवं कर्मचारी अपना काम अच्छे से नहीं करेंगे तो वे लोगों की सेवा किस तरह से करेंगे. इसी बात पर ध्यान देते हुए प्रधानमंत्री की पहली कैबिनेट मीटिंग में एक योजना का ऐलान किया गया था, जिसका नाम है कर्मयोगी योजना. इस योजना के तहत सरकारी अधिकारीयों एवं कर्मचारियों की कार्य क्षमता में सुधान लाने के प्रयास किये जायेंगे. हालही में कैबिनेट की दूसरी मीटिंग हुई जिसमें काफी सारे अलह फैसले लिए गये उनमें से एक यह योजना है. इस योजना की विस्तार से जानकारी इस लेख में दी गई है

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कर्मयोगी योजना के लांच की जानकारी
योजना का नाम | कर्मयोगी योजना |
मिशन का नाम | मिशन कर्मयोगी |
लांच | पहली कैबिनेट मीटिंग में |
लांच किया गया | प्रधानमंत्री मोदी जी ने |
मंजूरी दी गई | दूसरी कैबिनेट मीटिंग में |
लाभार्थी | सिविल सेवा अधिकारी एवं कर्मचारी |
संबंधित विभाग / मंत्रालय | मानव संसाधन मंत्रालय |
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कर्मयोगी योजना की विशेषताएं
- योजना का उद्देश्य :- इस योजना को शुरू करने का केंद्र सरकार का मुख्य उद्देश्य है अधिकारीयों को लोगों की अपेक्षाओं के अनुसार सक्षम बनाना है. ताकि लोगों की सेवाएं एवं विकास बेहतर तरीके से वे कर सकें.
- दी जाने वाली सुविधा :- इस योजना में लाभार्थियों को उनकी क्षमता को बढ़ावा देने के लिए उन्हें विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. ताकि वे कर्मयोगी बन सकें.
- भर्ती के लिए परीक्षा :- इस योजना के तहत केंद्र सरकार कुछ सुधार करना छाती हैं. पहले केंद्र सरकार द्वारा लिए गये निर्णय जोकि नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी था, जिसके तहत अधिकारीयों की भर्ती के लिए उनसे अनेक परीक्षाएं ली जाती थी किन्तु अब वे केवल एक ही परीक्षा देते हैं. और अब यह भर्ती हो जाने के बाद अधिकारीयों की गुणवत्ता के सुधर करने के लिए लिया गया निर्णय है.
- प्रशिक्षण :- देश में सिविल सेवक अधिकारीयों की क्षमता विकसित करने के लिए रचनात्मक, कल्पनाशील, सक्रिय, पेशेवर प्रगतिशील, ऊर्जावान, सक्षम, पारदर्शी और प्रोद्यिगिकी सक्षम आदि की तैयारी कराई जाएगी. कुल मिलाकर उनके कौशल का विकास करना है.
- कर्मयोगी कार्यक्रम :– सरकारी अधिकारीयों और कर्मचारियों की कार्यक्षमता को किस तरह बढ़ाया जायें इसके लिए एक क्षमता वर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा.
कर्मयोगी योजना के लिए पात्रता मापदंड
- सरकारी अधिकारी :- इस योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी सिविल सेवा करने वाले सरकारी अधिकारी होंगे.
- सरकारी कर्मचारी :- इसके अलावा इस योजना में सिविल सेवा करने वाले सचिव स्तर के कर्मचारी भी शामिल होंगे.
- सभी मंत्रालय के अधिकारी :- इस योजना में सभी मंत्रालय के अधिकारी एवं सचिव शामिल हो सकेंगे.
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कर्मयोगी योजना में प्रशिक्षण का माध्यम
केंद्र सरकार द्वारा प्रशिक्षण के स्टैण्डर्ड को तय करने के लिए एक आयोग का गठन किया जायेगा, जिसके पास खुद का एक संसाधन होगा. इस योजना में ई – लर्निंग यानि कि ऑन साइट सीखने पर ज्यादा फोकस किया जायेगा. इससे सिविल सेवा के अधिकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके कहीं से भी ट्रेनिंग ले सकते हैं. क्योकि यह सुविधा उनके मोबाइल, लैपटॉप एवं टेबलेट पर उपलब्ध होती है. इसे बड़े लेवल का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाने की तैयारी सरकार द्वार की जा रही है.
इस तरह से यह योजना सरकारी अधिकारीयों के कौशल का विकास कर उन्हें सक्षम बनाने के लिए एवं उनकी क्षमता का विकास करने के लिए केन्द्रीय सरकार द्वारा शुरू की गई है. जिसे प्रधानमंत्री मोदी जी के सुझाव के बाद शुरू किया गया है.
FAQ
Q : कर्मयोगी योजना क्या है ?
Ans : सरकारी अधिकारीयों एवं कर्मचारियों की कार्य क्षमता को बढ़ाने के लिए केन्द्रीय सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है.
Q : कर्मयोगी योजना को मंजूरी कब दी गई ?
Ans : 2 सितंबर, 2020 को
Q : कर्मयोगी योजना के लाभार्थी कौन होंगे ?
Ans : सभी विभागों एवं मंत्रालयों से जुड़े सरकारी अधिकारी एवं सचिव स्तर के कर्मचारी आदि होंगे.
Q : कर्मयोगी योजना का लाभ क्या है ?
Ans : इसमें लाभार्थियों को ट्रेनिंग दी जाती है.
Q : कर्मयोगी योजना में ट्रेनिंग कैसे दी जाएगी ?
Ans : ई – लर्निंग यानि कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से.
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